अपनी पलकों पर रंग गये है हज़ारों सपने लोचन की कटोरीयों में... चखा है जब से जाम शबनमी लबों से हमारे ... अपनी पलकों पर रंग गये है हज़ारों सपने लोचन की कटोरीयों में... चखा है जब से जाम ...