इतने आततायी क्यूँ बनो क्या ये तुम्हारे सगे नहीं हैँ । इतने आततायी क्यूँ बनो क्या ये तुम्हारे सगे नहीं हैँ ।
इंसान बनो पशुओं का भी मान करो! इंसान बनो पशुओं का भी मान करो!