फ़र्ज़ की पुकार पर तन, मन सभी को वार कर अरिहंत तुम बढ़े चलो अदम्य होंसला रहें अटल, अचल, निश्चल र... फ़र्ज़ की पुकार पर तन, मन सभी को वार कर अरिहंत तुम बढ़े चलो अदम्य होंसला रहें...