इतनी अनमोल ख़ुशियाँ छोड़कर चंद रूपए कमाने आ गए, हम फिर से अपने ठिकाने आ गये, इतनी अनमोल ख़ुशियाँ छोड़कर चंद रूपए कमाने आ गए, हम फिर से अपने ठिकाने आ गये,
अनमोल लम्हें जिंदगी के कभी ना भूल पाएंगे। अनमोल लम्हें जिंदगी के कभी ना भूल पाएंगे।
मात-पिता अनमोल ख़ज़ाना, इनकी जिम्मेदारी रखिये। मात-पिता अनमोल ख़ज़ाना, इनकी जिम्मेदारी रखिये।