यह गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की
यह गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की
गौरव गाथा यह मेरे हिंदुस्तान की
खाकी वर्दी तेरी शान निराले
देख दुश्मन तुझे थर थर कांपे
शहीद हुए ना जाने कितने मां के लाल थे
चेहरे पर उनके फिर भी ना कोई शिकन ,
उठ खड़े होते फिर नए जवान थे..।
हर पल वो रहते तैयार थे
लाख दुश्मन उनको घेरे वो घबराते नहीं थे
अपने वतन पर मर मिटने को आज भी कितने
मां के लाल आजादी के लिए कुर्बान, वीर जवान हुए
ये गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की..!
गौरव गाथा यह मेरे हिंदुस्तान की
जो व्यक्ति इक बार यहां आया हैं
कभी वापस ना जाना चाहा है
सब के चेहरे यहां खिल जाते हैं
एक दूजे के संग हम मुस्कुराते हैं
यहां मेहमानों को,आज भी पूजा जाता है
गीता कुरान महाभारत की कथा सुनाया जाता है
यह देश उन महापुरुषों के बलिदान की
ये गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की..!
गौरव गाथा यह मेरे हिंदुस्तान की
जहां बड़ों का आदर सम्मान होता है
छोटे बड़ों से प्यार होता है
बच्चे आज भी चरण स्पर्श करते हैं
मां बाप के आशीर्वाद के बिना
वह घर से न निकलते हैं..।
जहा आंगन आज भी एक होता है
खुशी मिले या गम मिले
हर पल परिवार संग होता है
ये गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की..!
गौरव गाथा यह मेरे हिंदुस्तान की
हर डाली के यहां फूल खिलते हैं
हर रंग के यहां फूल मिलते हैं..।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सभी यहां
भाई भाई कहलाते हैं
होली के रंग में रंग जाते जहां
आई दीवाली ईद तो गले से लगाते हैं यहां
जात पात का भेद है 'माना ,
मगर दिल में न किसी के बैर हैं यहां
ये गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की..!
यह गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की
पूरब से जब पुरवाई चलती हैं
सबके मन में उमंग भर देती हैं..।
खेतों में जब लहराती है फसले चारों ओर खुशियां लाती है
देश हो या विदेश हर घर मे रोटी पहुंचाते हैं इस देश के किसान..।
कुम्हारों की जब चक्की चलती है
मिट्टी की खुशबू कन कन में बसती है
जगमगा उठता है मेरा हिंदुस्तान
ये गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की..!
गौरव गाथा यह मेरे हिंदुस्तान की
अभिमान है मुझे अपने वतन पे
हूं मैं इस देश की बेटी..।
जहां सात रंगों से सजा मेरा धरती अंबर
शांति का उन्नति का प्यार का चमन
मैं वहां हूं रहती हां मैं हूं इस देश की बेटी..।
देश की हरियाली में दिखती झंडे की शान है
वह लहराता तिरंगा मेरा महान है
वह लहराता तिरंगा मेरा गौरव अभिमान है
मुझे गौरव है अपने भारत देश पर
जिस देश की मैं बेटी हूं वह मेरा देश महान है
ये गौरव गाथा मेरे हिंदुस्तान की..
