STORYMIRROR

Israram Panwar

Others

3  

Israram Panwar

Others

वे दिन

वे दिन

1 min
249

वे दिन भी

क्या दिन थे

हर दिन

बड़े आनंद के थे

क्योंकि घर में

सबकुछ था

भरा पूरा परिवार था

दादा दादी ताऊ ताई

काका काकी सहित

संयुक्त परिवार था


घर के बड़े से से आंगन में

टाबर टोली की फोज थी

गाय का दूध, घी, दही

मक्खन खूब था

खीर , खुरचन

खाने की मौज थी

मम्मी पापा का

लाड़ प्यार

दादा दादाजी का

दुलार था

वो भी क्या जमाना था

किताबों की जरूरत नहीं

घर में ही

कहानियों का खजाना था


वे दिन भी

बड़े आनंद के थे

आज साधन बहुत है

पर वो आनंद नहीं है



Rate this content
Log in