उसकी यादें की बारिश (गजल)
उसकी यादें की बारिश (गजल)
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यार मुझमें ना सही अपनी सहेली में रहो।
तुमकिसी एक के दिल की हवेली में रहो।1।
इस तरह से नजर आओ कोई पढ़ ना सके।
ना समझ की तरह मेरी हर पहेली में रहो।2।
पतझड़ो में कुछ उदास है तुम्हारा चेहरा।
फूलपत्तों की बनी तुम मेरी रंगोली में रहो।3।
मेरी ये ख्वाइश नही तुम गुलाबों में बसो।
खुशबू की तरह चाहे तुम चमेली में रहो।4।
ये तुम्हारा शहर अब तुमको रास नहीं आयेगा।
मेरे साथ आओ मेरी जान तुम बरेली में रहो 5।