न प्यार, न सच वह मुझसे अनजान है, मुझसे अनभिज्ञ है! न प्यार, न सच वह मुझसे अनजान है, मुझसे अनभिज्ञ है!
कौन कहता है कि जीवन एक दर्पण है? मुझे तो अपना कोई प्रतिबिम्ब नहीं दिखता। कौन कहता है कि जीवन एक दर्पण है? मुझे तो अपना कोई प्रतिबिम्ब नहीं दिखता।