" तिरंगे के तीन रंग "
" तिरंगे के तीन रंग "
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तीनों रंगों की दमक साथ चाहती हूँ मैं,
बिखरे तिरंगे की चमक यही चाहती हूँ मैं।
दिलों में उत्साह दिवाकर सा नारंगी रहे,
देश में शान्ति निर्मल अम्बर सी श्वेत रहे।
आपसी प्रेम हरियाली सा रंग हरित रहे,
चक्र अशोक से आपस में सभी जुड़े रहें।
चहुंदिश शुभरंग निखरे यही चाहती हूँ मैं,
अब देश कभी न बिखरे यही चाहती हूँ मैं।
