ताकि तटस्थ सी हो रही मेरी अभिव्यक्ति, सजीव हो बन जाए एक अनमोल कृति, ताकि तटस्थ सी हो रही मेरी अभिव्यक्ति, सजीव हो बन जाए एक अनमोल कृति,