गाँव-शहर में झूम रहे हैं रंग बिरंग से रंगे हुए हैं! गाँव-शहर में झूम रहे हैं रंग बिरंग से रंगे हुए हैं!
हमें कमजोर समझने वाले, हां मैं आज की नारी हूँ।। हमें कमजोर समझने वाले, हां मैं आज की नारी हूँ।।