हैं दिल को ख़ुद के यकीं पर... पूरा यकीन... कि भले ही हो जाऐ ज़ुल्मों-सितम की हद या फिर आ ही जाऐ क़यामत.... हैं दिल को ख़ुद के यकीं पर... पूरा यकीन... कि भले ही हो जाऐ ज़ुल्मों-सितम की हद या...
हमारी फर्ज़ी धार्मिकता पर एक लुहार की. हमारी फर्ज़ी धार्मिकता पर एक लुहार की.