आज ठहर जा तू क्यों धुएँ में उड़ाता है जिंदगी , सब बिखर जाएगा क्यों नहीं संभालता है । आज ठहर जा तू क्यों धुएँ में उड़ाता है जिंदगी , सब बिखर जाएगा क्यों नहीं संभालत...
वक्त है संभल जाओ वरना तेरा परिवार बिखर जाएगा ! वक्त है संभल जाओ वरना तेरा परिवार बिखर जाएगा !