परिस्थिति
परिस्थिति
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वो काले बादल जो कभी घिरते थे,
मन मुश्किलात में पड़ जाते थे;
अम्मा दूर से आवाज़ लगाती,
कान की एंठन से छाले पड़ जाते थेl
कभी झमाझम तो कभी मुसलाधार बरसते बादल,
समय बीतता जाता और दिल हो जाते घायल;
कीचड़ में ही सही पर खेलना था जरूरी,
क्या करते बचपन था इसका कायल l
अब समय बदल गया है,
और मौसम भी बदल गये है;
सिर्फ यादें बची हैं जो नहीं है बदले,
पर इंसान बिलकुल बदल गया है l