प्रेम साधना
प्रेम साधना
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अधिकार नहीं तुझ पे कोई
ना प्राप्त करना है तुझको
प्रेम तेरा एक लक्ष्य की भाँति
जिसमें पाने खोने का भय नहीं
जीया जाता है तो बस प्रेम को
राधाकृष्ण के मधुर साथ की भांति
तुम पूजा, तुम हो आराधना
त्याग तपस्या और तप हो
विश्वास का बंधन है तुमसे
तुम हो जीवन की प्रेम साधना