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पापा आपके जाने के बाद

पापा आपके जाने के बाद

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पापा आपके जाने के बाद 

मैंने कई रूपों में आपको देखा है


मैंने माँ को अकेले घर सँभालते देखा है

हर सफर को अकेले तय करते देखा है

सुबह से शाम तक दूसरों के आँगन,

कपड़े और बर्तन धोते देखा है

एक पिता के रूप में जीवन निर्वाह का,

सारथी बनते देखा है,

पापा आपके जाने के बाद 

मैंने कई रूपों में आपको देखा है


मैंने भाई को भी मेहनत करते देखा है,

मेरे हर कदम में उसका साथ देखा है,

लड़ जाता है मेरी ख़ातिर ज़माने से वह,

उसको मेरी ढ़ाल बनते देखा है,

मेरी शक्ति मेरी ताकत का,

उनको पर्याय बनते देखा

पापा आपके जाने के बाद 

मैंने कई रूपों में आपको देखा है


आपकी बेटी भी किसी से कम नहीं,

ससुराल के बाद मायका भूली नहीं,

आती है जब-जब घर में समस्याएँ,

सब छोड़कर हमारे पास चली आती है,

अनगिनित तानों को नकारते हुए,  

आपकी बेटी को देखा है,

पापा आपके जाने के बाद 

मैंने कई रूपों में आपको देखा है


घर के पास जो एक डॉक्टर अंकल है

अक्सर उन्हें माँ ने चिल्लाते देखा है

कहते है बारिश में मत भीगो, 

यह मत करो, वह मत करो,

बीमार हो जाओगे,

इस तरह उन्हें मेरी परवाह

करते देखा है,

पापा आपके जाने के बाद,

मैंने कई रूपों में आपको देखा है


दोस्त भी कुछ कम नहीं है

पूरा हक़ जताते है मुझ पर 

मेरी छोटी सी छोटी ख़ुशियों 

खुश होते देखा है 

हो लाख परेशानियाँ उनको 

पर मेरा पूरा ध्यान रखते देखा है

पापा आपके जाने के बाद 

मैंने कई रूपों में आपको देखा है



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