STORYMIRROR

M. anita sharma

Others

2  

M. anita sharma

Others

निश्चय

निश्चय

1 min
177

अनजाने हैं रास्ते,

अनजाना है सफर।


हौसले हो बुलन्द,

तो किस बात का डर?


चल राही! अपने पथ पर,

चाहे कोई भी न हो हमसफ़र।



Rate this content
Log in