ये सिनेमा दिल बहलाती है ये सिनेमा सुख दुख की साथी है। ये सिनेमा दिल बहलाती है ये सिनेमा सुख दुख की साथी है।
यह पल है जिंदगी के कब कैसे बीत जाए कोई नहीं सोच सकता है। यह पल है जिंदगी के कब कैसे बीत जाए कोई नहीं सोच सकता है।