Rizwana Begum
Others
वो ओर में ...
नदी के दो किनारे की ...
तरह हैं जो एक दूसरे की...
ओर मुड़ते हैं लेकिन कभी मिल नहीं ...
पाते ...
अनजान
तू ही है
चाहत
इत्तफाक
यादें
नदी की आत्मा ...
लिखा था जो
पत्र जो
अजनबी
दर्द