STORYMIRROR

Pankaj Kumar

Others

5.0  

Pankaj Kumar

Others

मोहब्बत के खातिर।

मोहब्बत के खातिर।

1 min
592


डूबा के कश्ती मेरी, खुश तो वो भी ना थी,

पानी इतना भी गहरा ना था कि मैं वापस ना आ सका।


Rate this content
Log in