मजदूर
मजदूर
1 min
224
वो तंग गलियों में रहने वाला
वो मैले कुचैले कपड़े पहनने वाला
गरीब कहते उसे सभी
पर वो न मानता इसे अभी
दर्द से बेखबर सा है
चोट तो लगती, पर दवा कहाँ है
दिन भर काम कर दो रोटी मिल जाती
इसी से उसे सारे जहान की खुशी मिल जाती