मेरे देश में एक नया बदलाव
मेरे देश में एक नया बदलाव
कोरोना कोरोना कोरोना ।।
आज इस शब्द ने दुनिया को त्रस्त कर दिया है
लेकिन इस कोरोना को कुछ नहीं कहना
हर चीज ने दुनिया बदल दी है
देशों के बीच संबंध बिगड़ गए देश भर में
लेन-देन टूट गया और हमारा देश स्वदेशी का
महत्व समझा गया आज सब कुछ तुम्हारा है,
हर दुकान हमारी है लेकिन इस कोरोना को
कुछ नहीं कहना सब कुछ बदल दिया है दुनिया ने।। १।।
कोरोना रास्ते में चला गया जीवन को अर्थ दिया
जीना एक फुर्सत है वह मृत्यु की व्याख्या करता चला गया
आज सबके घर में हर आदमी का मूल्य है
लेकिन इस कोरोना को कुछ नहीं कहना
सब कुछ बदल गया है दुनिया।। २।।
शब्द स्वच्छता और कोमलता,
अब मुझे इसका मतलब समझ में आया
चाहे शरीर की हो या मन की,
वस्तुओं का हो या घर का आज सब कुछ साफ-सुथरा है
जीना शुरू कर दिया है अब घर में सब लोग हैं
नियमों का पालन करने लगे लेकिन इस कोरोना को
कुछ नहीं कहना सब कुछ बदल गया है दुनिया।। ३।।
जहां मुट्ठी भर लोग इकट्ठा थे, वहां भी पाबंदी लगा दी
जहां ढेर इकट्ठा किया गया था, वहां भी पाबंदी लगा दी
प्रतिबंध के बिना अब जश्न, पास होने लगा,
और हर समारोह में बस, कम लोग आने लगे जैसा कि
हम नए साल में कदम रखते हैं, परंपरा भी अब बदल रही है
लेकिन इस कोरोना को कुछ नहीं कहना
सब कुछ बदल दिया है दुनिया ने।। ४।।
स्कूल बंद होने पर, इससे पहले खुशी थी
अब घर बैठे ऐसा महसूस होता है,
कभी स्कूल का मजा लेंगे शिक्षकों और शिक्षा का महत्व,
अब सबको पता है लेकिन इस कोरोना को कुछ नहीं कहना
सब कुछ बदल दिया है दुनिया ने।। ५।।
अब जो बदल गया है उसे छोड़ो।
मन को जो कुछ भी अनुमति देता है
उसे हमेशा के लिए अंतिम रूप से स्वीकार करें।
हमारे बीच जो भी दूरी है, चलो सब पास रहते हैं
नए बदलावों में आपका स्वागत है
सदा मानवता को संजोए।। ६।।
।। जय हिंद जय महाराष्ट्र।।
