मेरा हिंदुस्तान
मेरा हिंदुस्तान
मेरा हिंदुस्तान..
जहाँ आँगन में तुलसी,
किताबों में तुलसीदास हों।
वो मेरा हिंदुस्तान ...
धोती-कुर्ता हो लिबास,
बोलीं में हो मिठास
घर में श्री राम का प्रवास।
वो मेरा हिंदुस्तान ...
जहाँ सूर्योदय को प्रणाम,
संध्या को हरिनाम
और दया- धर्म हों काम ।
वो मेरा हिंदुस्तान ...
जहाँ माँ का प्यार,
पिता का दुलार
और भाई- बहन की तक़रार।
वो मेरा हिंदुस्तान ...
जहाँ मात-पिता को
अपने पुत्र पे हो अभिमान,
और पुत्री देवी समान।
वो मेरा हिंदुस्तान ...
जहाँ निःस्वार्थ रूप से प्यार हो,
किनारा हो या फ़िर मंझधार हो
गंगा कि पावन बहती धार हो।
वो मेरा हिंदुस्तान ...