लम्हे जिंदगी के
लम्हे जिंदगी के
कुछ खास था वो दिन कुछ खास थी वो रातें,
वो लम्हें वो पल तेरा साथ हरपल,
हाथो में लेकर हाथ चलते हे हम साथ साथ,
सूरज की रोशनी में वो चमकता आंगन,
रेशमी कलाई में वो तेरा पहनाया हुआ कंगन,
आंखों में प्यार की कशिश होठों पे दबी दबी वो मुस्कान,
पैरों की पायल की छम छम से तेरे दिल में उठता हुआ तूफान,
चांद की रोशनी में हम एक दूजे के साथ,
पगड्डियों पे चलते थे
हाथो में लेकर हाथ कंधों पे रखकर शीर ,
करते थे प्यार भरी बातें..!!
आखों में सपनों का सागर उमड़ आते थे लहराते,
वादा किया था तुमने साथ निभाओगे जबतक हे जान,
हर मुश्किल में साथ रहेंगे तेरा नाम साथ जुड़े मेरा नाम,
याद आती है तेरी वो पल बो अटखेलियाँ तेरी,
आंखें है मेरी नम काटने को दौड़े ए दुनिया सारी,
प्यारे थे वो दिन प्यारे थे वो लम्हे प्यार के,
अब तो टूट गया वो चांद शाम का,
काश! फिर से लौट आए वो लम्हे जिंदेगी के..!!