STORYMIRROR

Sharvari Prabhu

Others

2  

Sharvari Prabhu

Others

कुछ सेज़ पर, कुछ मेज़ पर

कुछ सेज़ पर, कुछ मेज़ पर

1 min
167

कुछ सेज पर, कुछ मेज़ पर,

रखीं हैं मेरी ख्वाहिशें , 

कुछ किताबों में, कुछ दीवारों पर,

लिखीं हैं मेरी ख्वाहिशें।

कुछ पत्तों पर, कुछ शाखों पर,

सूखी हैं मेरी ख्वाहिशें ,

कुछ मुकम्मल होकर भी,

बाकी हैं मेरी ख्वाहिशें ।



Rate this content
Log in