रणभूमि वो कुरुक्षेत्र की क्या क्या उसने देखा था अति रथी भीष्म को भी विवश उसने देखा था। रणभूमि वो कुरुक्षेत्र की क्या क्या उसने देखा था अति रथी भीष्म को भी विवश उसने...
वक्त पड़े तो कुटिल बुद्धि युक्त करता था व्यापार। वक्त पड़े तो कुटिल बुद्धि युक्त करता था व्यापार।