यूँ तो सब कुछ मिलता इस जहाँ में लेकिन... जिंदा रहने का सामां नहीं मिलता यूँ तो सब कुछ मिलता इस जहाँ में लेकिन... जिंदा रहने का सामां नहीं मिलता
किसी को तकलीफ तो नहीं दिया अगर दिया तो क्यों दिया। किसी को तकलीफ तो नहीं दिया अगर दिया तो क्यों दिया।
धीरे धीरे हो गए हो तुम ही तो अब हमारे जीने को वजह, तू ही तो है सब कुछ ऐ दिलरुबा। धीरे धीरे हो गए हो तुम ही तो अब हमारे जीने को वजह, तू ही तो है सब कुछ ऐ दिलर...