हमारे अध्यापक
हमारे अध्यापक
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
1 min
![](https://cdn.storymirror.com/static/1pximage.jpeg)
265
दो लोग जिंदगी के
अनमोल अंग
जिनके संग जीवन में
बने कुछ रंग।
पहला वालिदैन
जिन्होंने हमें जीवन दिया
दूसरे आप
जिन्होंने ने जीवन ज्ञान दिया।
माता पिता की दी
हुई दुआएँ
आपकी सिखाए हुई
ज्ञान के बातें।
जीवन के हर मोड़
पर काम आती हैं।
हर परेशानी से निपटने
का रास्ता हो आप
मुश्किल में हँसी
का मंज़र हो आप।
बंद है दरवाजे
खोलने के चाबी हो आप
ख्वाब जो हमने बोए
उनकी परवरिश हो आप।
इस रूह के तो बस
दो ही रब्ब हैं
हमारे माता-पिता
और आप।
हमारी सफलता का
मार्ग हो आप
विश्व का आने वाला
भविष्य का पहलू हो आप।
हमारा मान, हमारी शान
हमारे प्रिय अध्यापक।