दोस्ती
दोस्ती
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दोस्ती तो कम लोगों के नसीब में होती है,
कब आती है और कब चली जाती है,
ख़ुशियों की लहर जैसी है,
जाते वक्त बहुत तड़पाती है,
एक प्यार भरी दोस्ती तो कभी दिल से
मिट ही नहीं सकती,
बस इंतज़ार करती रहती है,
उदास रहने से हँसा देती है ये दोस्ती,
पुकारने से चली आती है ये दोस्ती,
आज भी वो पल मुझे आते हैं याद,
जिस में दोस्तों ने दिया था मुझे बिगाड़,
आ जाते हर नयन में आँसू जब उन
लम्हों को याद हैं करते,
पर फिर भी कुछ घने बादल उन खुश भरे
लम्हों में आकर छा हैं जाते।
