Sayra Khan
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आज क्या लिखूं मैं
दिल की गहराई कोई समझता नहीं
और किसी को समझ नहीं।
किस्मत का पन्ना कुछ इस तरह से चलता है कोई
समझता नहीं और किसी को समझ नहीं...!!
दिल की गहराई
कभी फूल बन कर