STORYMIRROR

Ranjeet Singh

Others

2  

Ranjeet Singh

Others

चांद का कुर्ता

चांद का कुर्ता

1 min
147

हठ कर बैठा चांद एक दिन माता से यह बोला,

सिलवा दो मां मुझे ऊन का मोटा एक झिंगोला।

सन-सन चलती हवा रात भर जाड़े में मरता हूं,

ठिठुर-ठिठुर कर किसी तरह यात्रा पूरी करता हूं।

आसमान का सफर और यह मौसम है जाड़े का,

न हो अगर, तो ला दो कुर्ता ही कोई 


Rate this content
Log in