काश हो जाए कोई जादू, फूंके जो मुझ में जान अपनी मर्ज़ी से डोलूं फिर में हर बस्ती, हर गा काश हो जाए कोई जादू, फूंके जो मुझ में जान अपनी मर्ज़ी से डोलूं फिर में हर बस्...
कशिश अजीब है उनकी आंखों में, ना जाने क्यूं दिखी है फ़िरदौस उनकी आखों में! कशिश अजीब है उनकी आंखों में, ना जाने क्यूं दिखी है फ़िरदौस उनकी आखों में!