ग़म के सागर में डूब जाता जब अंतर्मन तब सांसारिक सुखों का कोई मोल नहीं । ग़म के सागर में डूब जाता जब अंतर्मन तब सांसारिक सुखों का कोई मोल नहीं ।
आरव को बचपन से ही पेड़ पौधों का बहुत शौक था। आरव को बचपन से ही पेड़ पौधों का बहुत शौक था।