बड़बोलेपन प्रतियोगिता
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
हैं कुछ चूप्पे होते
और कुछ बड़बोले
चूप्पे शब्दो का प्रयोग
करते ऐसे जैसे
शब्द ना होकर
सिक्के है सोने चांदी
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
बड़बोले शब्द बाण चला
तिल का तार बनाता
सामान्य व्यक्ति हालत
स्वभाव घोतक घातक
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
चुनाव काल प्रजातांत्रिक
देश खड़ा ऐसे मोड़
हर क्षेत्रीय राष्ट्रीय दल
बड़बोलेपन भूत सवार
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
सत्ता दल हमें ठगा
अब जब हम हटे
होगी पहचान संकट
भले चुनाव हमारे
तीन चार ही विधायक
गठबंधन बहुमत ला दिखाएंगे
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
सुनकर अनुभवी पत्रकार
सब हुवे आश्चर्चकित
कूड़ाघर की टोकरी
अचानक क्या होगया
स्वयं समझे हिमालय चोटी
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
अनुभवी नेता जानता
चुनावी काल सियासी
दलों का भ्रम काल
सब सत्ता मुगालते
हैं ऐसे मगन जैसे
रेंगती चींटी के पर उगे
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
आसमान चील प्रतियोगिता
सामाजिक जातीयता जहर घोल
बावजूद हैं यकीन
सामाजिक सौहार्द बढ़ा रहा
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
जनता परिचित असिलियत
वह रुचि से तमाशबीन
फ्री में तमाशा शौख
तुलना में स्मार्टफोन वीडियो
चाहे कितना हो रुचिकर
पर है बहुत महंगे
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
बड़ा नेता क्षेत्रीय परिधान
साफे से सजा स्वयं
मनोरंजन का पात्र बना
फ्रीइंडिया दिल बहलाव
शौकीन उमड़ते दर्शन को
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
हर बार सत्ता दल आका
प्रिय विषय मुखर
हैं जनता ताली पीटती
उत्साह प्रेरित सनद देता
यह दल झूठ का किया
विश्वविद्यालय पी एच डी
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता
हैं नहीं इसका इरादा
लक्ष्य हिंदुस्तान झूठिस्तान बने
क्या तमाशबीन भीड़
आलोचक व्यक्तित्व से प्रभावित
वोट से कृतार्थ कर
स्वयं को धन्य समझेगी?
बड़बोलेपन प्रतियोगिता
छोटी सी घरेलू गौरैया
अचानक गिद्ध बनती
सामाजिक चेहरे और चरित्र
बहुत बड़ी है विविधता।
निर्मुणी@संजीव कुमार मुर्मू