अच्छा किया जो अदृश्य हो गया
अच्छा किया जो अदृश्य हो गया
हे भगवान ! तूने अच्छा किया
जो सृष्टि की रचना की
और अदृश्य हो गया
अगर तू दृश्य होता तो मानकर चल
बद से बदतर होता तेरा हाल
इंसान तेरा वह हाल करता
कि तू अपने हाल पर रोता
तूने अच्छा किया
जो सृष्टि की रचना की
और अदृश्य हो गया
अगर तू जल न बरसाता
पानी के लिए तरसा देते
यदि बाढ़ के लायक गिराता
तो बाढ़ में ही तुझे बहा देते
तूने अच्छा किया
जो सृष्टि की रचना की
और अदृश्य हो गया
अगर तेरी वजह से कहीं आता भूकंप
उसी की दरार में तुझे दबा देते
यदि फटता कहीं ज्वालामुखी तो
उसी की ज्वाला में तुझे जला देते
तूने अच्छा किया
जो सृष्टि की रचना की
और अदृश्य हो गया
अगर तू करता किसी पर अन्याय
तो रपट तेरी लिखा देते
तुझ पर मुकदमा करते
और जेल में डलवा देते
तूने अच्छा किया
जो सृष्टि की रचना की
और अदृश्य हो गया
अदृश्य है तू इसीलिए
तेरा शासन है निरंकुश
अगर तू दिखाई देता
तो लगा देते तुझपर अंकुश
संभव नहीं है इस धरा पर रहकर
बने रहना सृष्टि का नियंता
अदृश्य है तू इसी वजह से
आज तक बनी हुई है तेरी महत्ता
हे भगवान! तूने अच्छा किया
जो सृष्टि की रचना की
और अदृश्य हो गया।
