अब की होली कंडे की ( 71 )
अब की होली कंडे की ( 71 )
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अब की होली
आओ इस होली से हम सब नया प्रण करें,
अब की होली में लकड़ियां न जलाकर,
हम इस बार कंडों की होली जलाए,
बढ़ते प्रदूषण और पेड़ों को हम सब बचाएं,
कंडे मिल जाएंगे आसानी गौ-शाला से,
लकड़ियां मिलती नहीं अब आसानी से,
घटते जंगल-बढ़ता प्रदूषण रुक सकता है हम से,
क्यों न हम ये संदेश जन-जन तक पहुंचाए इस बरस से ?
