आजभी याद आतेहै वो स्कूल के दिन
आजभी याद आतेहै वो स्कूल के दिन
वो टीचर को गुड़-मोर्निंग गाकर बोलना
और फिर सज़ा में खड़े रहना।
वो होमवर्क न करके जाना
और रोज़ एक नया बहाना बनाना।
आज भी याद आते है वो स्कूल के दिन। ।
वो टिफ़िन को लंच ब्रेक से पहले ही खा लेना
और लंच ब्रेक में कैंटीन जाना।
वो वाशरूम के बहाने
क्लास बंक कर जाना।
आज भी याद आते है वो स्कूल के दिन।
वो क्लास का मॉनिटर बन
सब बच्चों को डराना।
मैडम के टेस्ट की कॉपी दिखाने पर
सहम कर चुप-चाप बैठ जाना।
आज भी याद आते है वो स्कूल के दिन।
वो टीचर के जाते ही खूब हल्ला मचाना
और उनकी नकल निकाल कर क्लास को दिखाना।
वो रोज़ सुबह जल्दी आकर
पहली सीट पर अपना हक जमाना।
आज भी याद आते है वो स्कूल के दिन।
वो फेयरवेल वाले दिन
सबका दुखी होना।
मिलते रहेंगे हमेशा कहकर
अपने-अपने रास्ते चले जाना।
आज भी याद आते है वो स्कूल के दिन। ।
