मिलने की चाहत मे आस लगी होती है । मिलने की चाहत मे आस लगी होती है ।
आज सज लूँ तेरे लिए, फागुन तुझे दे कर, बरसात में भीग लूँ तेरे लिए। आज सज लूँ तेरे लिए, फागुन तुझे दे कर, बरसात में भीग लूँ तेरे लिए।