I'm Priya and I love to read StoryMirror contents.
लेकिन तब तक राख बना दो मेरा आधा देह जला दो। लेकिन तब तक राख बना दो मेरा आधा देह जला दो।
चकाचौंध से भ्रमित ना हो तू लक्ष्य के जरा पीछे पड़। चकाचौंध से भ्रमित ना हो तू लक्ष्य के जरा पीछे पड़।
प्रेम मोह मेरा फिर तन गांठें, ये तो नित की क्रीडा है।। प्रेम मोह मेरा फिर तन गांठें, ये तो नित की क्रीडा है।।
आया होगा मेरी बस्ती में तू रूप भयानक धर करके आया होगा मेरी बस्ती में तू रूप भयानक धर करके
भ्रष्टों का मंथन करने को। भ्रष्टों का मंथन करने को।