None
जब जिंदगी ही एक खेल हो गया !! फिर किसी की प्रतिष्ठा का क्या ? जब जिंदगी ही एक खेल हो गया !! फिर किसी की प्रतिष्ठा का क्या ?
छोड़ इस दुनिया को छोड़ इस दुनिया को
मौत से पहले ज़ुबाँ लड्खडाती नहीं जिन्दा रहते रूह कांपती इन दिनों !! मौत से पहले ज़ुबाँ लड्खडाती नहीं जिन्दा रहते रूह कांपती इन दिनों !!
इश्क़ मोहब्बत, जुदाई में दर्द भला क्यों हो। इश्क़ मोहब्बत, जुदाई में दर्द भला क्यों हो।
पल में पलकें भिगो देते थे उन्हें कहाँ ढूंढे कैसे ढूंढे पल में पलकें भिगो देते थे उन्हें कहाँ ढूंढे कैसे ढूंढे