Gazal writer...Jaun EliA ke diwane
हम लड़ भी नहीं सके थे और हार गए थे। हम लड़ भी नहीं सके थे और हार गए थे।
एक दिन तुम्हें अकेला छोड़कर सब कमाने निकलेंगे। एक दिन तुम्हें अकेला छोड़कर सब कमाने निकलेंगे।
अंदाजा कहाँ था दुनिया तुम्हारी दीवानी निकलेगी। अंदाजा कहाँ था दुनिया तुम्हारी दीवानी निकलेगी।
दिल बेजान कैद हैं चलते जिस्म में ज़िन्दा लोगों से कहाँ खुदकशी होती। दिल बेजान कैद हैं चलते जिस्म में ज़िन्दा लोगों से कहाँ खुदकशी होती।
बेटों ने जब से अपनाये हैं तौर-तरीके शहर के माँ के नाम अब सालो-साल चिट्ठियाँ नहीं आतीं। बेटों ने जब से अपनाये हैं तौर-तरीके शहर के माँ के नाम अब सालो-साल चिट्ठियाँ न...
शान-ओ-गुमान वालों के हिस्से भी मौत आई क्या अब भी चाहिए तुम्हें कोई फैसला वक्त से। शान-ओ-गुमान वालों के हिस्से भी मौत आई क्या अब भी चाहिए तुम्हें कोई फैसला वक्त...