दर्शन विषय रहा है शिक्षा में ।साहित्य से जुङाव है। लिखना पसंद है उससे ज्यादा पढ़ना पसंद है।
लाल काकी.... की कहू हम... पंद्रह दिन सँ कनियो रुचि नइ लागइ रहल अइछ। मन कैहने दइन करइत रहइत अइछ। दुबर... लाल काकी.... की कहू हम... पंद्रह दिन सँ कनियो रुचि नइ लागइ रहल अइछ। मन कैहने दइन...
ये सुनते ही सब के सब दोस्त एक साथ...ये सच है। दो दातं की कहानी। ये सुनते ही सब के सब दोस्त एक साथ...ये सच है। दो दातं की कहानी।
मां का बिना बात सवाल ना करना शायद उन्हें मां के करीब ले आया था। मां का बिना बात सवाल ना करना शायद उन्हें मां के करीब ले आया था।
पुतोहु एक दोसरा के मुंह देख कहय लगलीह... आई तऽ जान बांईच गेल । पुतोहु एक दोसरा के मुंह देख कहय लगलीह... आई तऽ जान बांईच गेल ।
काफी सोचने के बाद अनुज ने स्नेह की रजामंदी होने पर विवाह के लिए हां कह दिया। काफी सोचने के बाद अनुज ने स्नेह की रजामंदी होने पर विवाह के लिए हां कह दिया।
उस रात दिल्ली से जयपुर तक के सफ़र में स्नेहा ने उन सब के अलग रूप को देखा उस रात दिल्ली से जयपुर तक के सफ़र में स्नेहा ने उन सब के अलग रूप को देखा