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कर्म खुद बोलने लगते हैं बस कर्तव्य अपना निभाते चलना है। कर्म खुद बोलने लगते हैं बस कर्तव्य अपना निभाते चलना है।
ज्ञान हो या विज्ञान सब जगह तुम मुझे पाओगे ज्ञान हो या विज्ञान सब जगह तुम मुझे पाओगे
दिल को एक बार बचपना करते फिर देखते है l दिल को एक बार बचपना करते फिर देखते है l
अंत में यही कहूँगी सुनना सबकी करना हमेशा मन की। अंत में यही कहूँगी सुनना सबकी करना हमेशा मन की।