Me shashi Saxena B.sc,. M.A History M.A Hindi Literature Retd science mistress from. Haryana Govt
फिर अब खिड़कियों के पट क्यों शांत हैं ।अब भड़भड़ क्यों नहीं कर रहे । फिर अब खिड़कियों के पट क्यों शांत हैं ।अब भड़भड़ क्यों नहीं कर रहे ।
और ऐसे भयंकर मौसम में मुख्य द्वार पर थाप की आवाजें आने लगीं। और ऐसे भयंकर मौसम में मुख्य द्वार पर थाप की आवाजें आने लगीं।
अवंतिका की पसंद का खूबसूरत श्वेत केक टेबल पर सजा हुआ था अवंतिका की पसंद का खूबसूरत श्वेत केक टेबल पर सजा हुआ था
अमित ने उन्हे वो स्तंभ दिखाया जहां संस्कृत भाषा में बहुत कुछ लिखा हुआ था. अमित ने उन्हे वो स्तंभ दिखाया जहां संस्कृत भाषा में बहुत कुछ लिखा हुआ था.
काकी सा ने भाग कर काली बिल्ली गोद में उठाली थी और घुंघरू की बात पर कैसा बहाना मारा था । काकी सा ने भाग कर काली बिल्ली गोद में उठाली थी और घुंघरू की बात पर कैसा बहाना मा...
सुबह की रवि रश्मियां जब उसके चेहरों पर पड़ी तो वो सभी हड़बड़ा कर उठ बैठे। सुबह की रवि रश्मियां जब उसके चेहरों पर पड़ी तो वो सभी हड़बड़ा कर उठ बैठे।
आज रात हम फिर इसी छत पर से चारों ओर की निगरानी करके काट देंगे आज रात हम फिर इसी छत पर से चारों ओर की निगरानी करके काट देंगे
बाहर वो चारों ही हताश निराश हो रहे थे, लोगों ने तो वापिस जाना भी शुरू कर दिया था बाहर वो चारों ही हताश निराश हो रहे थे, लोगों ने तो वापिस जाना भी शुरू कर दिया था
अपनी सांसों को रोक कर वो तीनों अपलक अचंभित सामने की ओर ही देखे जा रहे थे। अपनी सांसों को रोक कर वो तीनों अपलक अचंभित सामने की ओर ही देखे जा रहे थे।
सामने की दीवार पर दृष्टि जाते ही वो तीनो भौचक्के और अवाक् रह गये। सामने की दीवार पर दृष्टि जाते ही वो तीनो भौचक्के और अवाक् रह गये।