GHAZIABAD
इस प्रेम की पूजा को थोड़ा समझो... इस प्रेम की पूजा को थोड़ा समझो...
हर बार हम लफ़्ज़ों से हर एक बात कह नहीं पाते जिसके लिए कभी हम ख़ामोशी इख्तियार करते हैं तो कभी हमारी रु... हर बार हम लफ़्ज़ों से हर एक बात कह नहीं पाते जिसके लिए कभी हम ख़ामोशी इख्तियार करते...
कॉलेज का पहला दिन कितने सपनों का बोझ लेकर आता है जैसे कोई आकार उकेरना हो स्वेटर पर, और हम उलझे होते... कॉलेज का पहला दिन कितने सपनों का बोझ लेकर आता है जैसे कोई आकार उकेरना हो स्वेटर...
एक बात है ....ये वो बात जहाँ हम कुछ शब्दों की लड़ियों के बारे में सोचते हैं तो क्या- क्या ख्याल आते ह... एक बात है ....ये वो बात जहाँ हम कुछ शब्दों की लड़ियों के बारे में सोचते हैं तो क्...