I'm एहसास- ए- लखनवी and I love to read StoryMirror contents.
जिंदगी इंतिहान ले मगर रिजल्ट तो दे इंतजार इतना न करा कि जान ही ले ले. जिंदगी इंतिहान ले मगर रिजल्ट तो दे इंतजार इतना न करा कि जान ही ले ले.
ऐ जिंदगी अब और मेरा इम्तहां न ले मैं टूट जाऊँ मुझको ऐसी सज़ा न दे. ऐ जिंदगी अब और मेरा इम्तहां न ले मैं टूट जाऊँ मुझको ऐसी सज़ा न दे.
पी गयी प्यास को पानी समझ कर जी गयी मौत जिन्दगानी समझकर। पी गयी प्यास को पानी समझ कर जी गयी मौत जिन्दगानी समझकर।
विसंगति की धारा पर ही फूटती हैं सृजन की कोपलें। विसंगति की धारा पर ही फूटती हैं सृजन की कोपलें।
तीर्थ स्थानों में बढ़ती जा रही है भीड़ नित नये पापों की गिनती बढ़ रही। तीर्थ स्थानों में बढ़ती जा रही है भीड़ नित नये पापों की गिनती बढ़ रही।