मुझे कविताओं का शौक है । मैं पॉडकास्ट भी करती हूं। यूटबर भी हूं।
विश्व सौंदर्य प्रकृति हो रमणी नाचे मयूर। विश्व सौंदर्य प्रकृति हो रमणी नाचे मयूर।
पैसों के तराजू में अब तुल रहे हैं रिश्ते, छल कपट के नकाब में पल रहे हैं रिश्ते। पैसों के तराजू में अब तुल रहे हैं रिश्ते, छल कपट के नकाब में पल रहे हैं रिश्त...
अनुशासन के दायरे कर्म पथ पर दृढ़ता से बढ़ना सिखलाते। अनुशासन के दायरे कर्म पथ पर दृढ़ता से बढ़ना सिखलाते।
सनम तुझे पाने को, मन बावरा हुआ जाता है ! सनम तुझे पाने को, मन बावरा हुआ जाता है !