लिखने का शौक है.... शुरुआत प्रतिलिपि से हुई है
ओहो पापा, आप भी बच्चों को क्या सिखाने लगे? ओहो पापा, आप भी बच्चों को क्या सिखाने लगे?
उन्हें सीख मिल गई थी कि गलती किसी की भी हो उसे बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्हें सीख मिल गई थी कि गलती किसी की भी हो उसे बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
आंसुओं की अविरल धारा में अपनी गलतियां बहाने का प्रयास करने लगा। आंसुओं की अविरल धारा में अपनी गलतियां बहाने का प्रयास करने लगा।
शिक्षा: बीते कल को याद करना बुरा नहीं है, लेकिन आज से आंखे मूंद लेना गलत है। शिक्षा: बीते कल को याद करना बुरा नहीं है, लेकिन आज से आंखे मूंद लेना गलत है।