Of My Kind........
कौन हो तुम? क्यों हो यहाँ? शर्मिंदा न करो, चली जाओ। कौन हो तुम? क्यों हो यहाँ? शर्मिंदा न करो, चली जाओ।
एक घर तुम और मैं दोनों आए थे साथ मिलकर। एक घर तुम और मैं दोनों आए थे साथ मिलकर।
हौले हौले से बढ़ते ये कदम, और इनमें बहुत सारा तेरा ग़म। हौले हौले से बढ़ते ये कदम, और इनमें बहुत सारा तेरा ग़म।
कोई तो पूछो इन शैतानों से, कि हमने कब कहा था इन्हें कि तुम...........हमें यूँ........ कोई तो पूछो इन शैतानों से, कि हमने कब कहा था इन्हें कि तुम...........हमें यूँ......
तो ऐसा न हो कि किसी भी व्यक्ति के पास खोने के लिए कुछ शेष ही न बचे। तो ऐसा न हो कि किसी भी व्यक्ति के पास खोने के लिए कुछ शेष ही न बचे।