I'm Krupa and I love to read StoryMirror contents.
आज फिर से खिल उठी हूँ मैं कई अर्से बाद जैसे उठ गयी हूँ मैं। आज फिर से खिल उठी हूँ मैं कई अर्से बाद जैसे उठ गयी हूँ मैं।
तुझको जो मैंने माना था उन जज्बातों को मोड़ दिया तुझको जो मैंने माना था उन जज्बातों को मोड़ दिया
पर वो धोका जो मुझे दिया था भूल ना कभी भी पाएं। पर वो धोका जो मुझे दिया था भूल ना कभी भी पाएं।
लग जाए उम्र मेरी भी तुझे और तेरा साथ कभी न छूटे। लग जाए उम्र मेरी भी तुझे और तेरा साथ कभी न छूटे।
वह छोड़ गया उसको जिसने उसे रुतबा-इ-खुदा माना था। वह छोड़ गया उसको जिसने उसे रुतबा-इ-खुदा माना था।
जब तुम्हें इस दूरी का एहसास तक नहीं है। जब तुम्हें इस दूरी का एहसास तक नहीं है।
तुझको जो मैंने माना था उन जज्बातों को मोड़ दिया। तुझको जो मैंने माना था उन जज्बातों को मोड़ दिया।